Date and Year of Publication: 10 January 2025 ISBN-13: 978-81-982859-5-9 Author: Madhu Kumari 'स्वरनाद' एक आकर्षक कविता संग्रह है, जो मानव अस्तित्व के भावनात्मक और दार्शनिक पहलुओं की गहरी छानबीन करता है। 'स्वरनाद' शब्द, जिसका अर्थ है "स्वर का गूंजना" या "आधिकारिक ध्वनि," पुस्तक के सार को व्यक्त करता है—यह कविता के माध्यम से जीवन की जटिलताओं की खोज का एक प्रयास है। 'स्वरनाद' में हर कविता प्रेम, आशा, निराशा, प्रकृति और आत्म-खोज जैसे विषयों से जुड़ी हुई है, जो मानव अनुभव की जटिल परतों को उजागर करती है। इस पुस्तक की कविताएँ उन भावनाओं का उत्सव हैं जिन्हें हम अक्सर महसूस करते हैं लेकिन हमेशा व्यक्त नहीं कर पाते। 'स्वरनाद' में सरलता और गहराई का अद्भुत मिश्रण है, जो पाठक को जीवन के उतार-चढ़ावों के बीच एक यात्रा पर ले जाता है, जो सांत्वना, आत्म-चिंतन और प्रेरणा प्रदान करती है। यह संग्रह पाठकों को उनके अपने जीवन पर विचार करने के लिए आमंत्रित करता है, साधारण में सुंदरता खोजने के लिए और यह महसूस करने के लिए कि शब्दों में हमारे आंतरिक संसार को आकार देने की शक्ति होती है।